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1 "जब इस्राएल ने मि से, अर्थात् याकूब के घराने ने अन्य भाषावालों के बीच में कूच किया,"
2 तब यहूदा यहोवा का पवित्रास्थान और इस्राएल उसके राज्य के लोग हो गए।।
3 "समुद्र देखकर भागा, यर्दन नदी उलटी बही।"
4 "पहाड़ मेढ़ों की नाईं उछलने लगे, और पहाड़ियां भेड़- बकरियों के बच्चों की नाईं उछलने लगीं।।"
5 "हे समुद्र, तुझे क्या हुआ, कि तू भागा? और हे यर्दन तुझे क्या हुआ, कि तू उलठी बही?"
6 "हे पहाड़ों तुम्हें क्या हुआ, कि तुम भेड़ों की नाईं, और हे पहाड़ियों तुम्हें क्या हुआ, कि तुम भेड़- बकरियों के बच्चों की नाईं उछलीं?"
7 "हे पृथ्वी प्रभु के साम्हने, हां याकूब के परमेश्वर के साम्हने थरथरा।"
8 "वह चट्टान को जल का ताल, चकमक के पत्थर को जल का सोता बना डालता है।।"